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अगर आप हैं प्यार में ...

अगर आप हैं प्यार में ...
गौतम कश्यप



अगर आप हैं प्यार में ...
तो, सुबह जल्दी उठ सकते हैं
शाम को देर से लौट सकते हैं
प्यार में हैं यदि ..., आप कुछ भी करेंगे...

बाहर ठंढ में सड़क पर दलकेंगे
या गर्म मुलाक़ात के स्वप्न देखेंगे
बनायेंगे, नित नई योजनायें ...
सीमांत से परे विचरेंगे...

कोमल झुर्रियां और बाल पके
नजरअंदाज करेंगे
“अभी शाम है ढली नहीं ...”, ऐसा कुछ गुनगुनायेंगे.
हाथ में हाथ डाले, 
संग संग टहलना, याद करेंगे ..
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गौतम कश्यप

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